8 ईसु आपकी आत्मा म जाणगो क बे आपका हिया म काँई सोचर्या हीं। अर बो बाऊँ बोल्यो, “थे थारा हिया म ओ काँई सोचर्या हो।
इ ताँई तू बुरा कामाऊँ तौबा कर अर परबुऊँ अरदास कर जिऊँ तेरा हिया का बुरा बिचार माफ होज्यासी।
जणा पतरस बिऊँ बोल्यो, “हनन्या तेरा मन प सेतान कंय्यां कबजो कर लिओ क तू जमीन क बिकबाऊँ मिल्या पिसा म सक्यु राख'र पबितर आत्माऊँ झूठ बोलगो।
पण थारै मऊँ क्युंक अंय्यां का हीं जखा बिस्वास कोनी करीं।” क्युं क ईसु सरूआतऊँई बानै जाणतो हो, जखा बिस्वास कोनी करीं अर बो कूण ह जखो बिनै धोकाऊँ पकड़ासी।
जणा बो बानै बोल्यो, “थे क्याले चित उठा राख्या हो? अर थारा मना म ओ भेम कठैऊँ आग्यो?
पण बो तो बाकै मना की बात जाणतोई हो जणा बो बि टुंडा मिनखऊँ बोल्यो, “खड़्यो हो अर सकै सामै आज्या” अर खेताई बो खड़्यो होगो।
ईसु बाकी मना की बात जाणगो अर खयो, “थे अंय्यां थारै मना म क्युंर-क्युं क्याले सोचो हो।
ईसु बाकी हिया की बातानै जा'णर बाऊँ बोल्यो, “थे थारा हिया म बुरो क्युं सोचो हो?
परमेसरऊँ क्युंई लुखेड़ो कोनी। बिकी नजर्या म हरेक चिजा खुली अर उघाड़ी पड़ी ह जिकै सामै आपानै लेखो देणो ह।
ईसु तीसरका पतरसऊँ बोल्यो, “यहून्ना का बेटा समोन, तू मेरूँ परेम करै ह के?” पतरस बोळो दुखी होयो क्युं क ईसु तीसरका बिऊँ आ बात बुजी ही, “तू मेरूँ परेम करै ह के?” जणा पतरस ईसुऊँ बोल्यो, “परबु थे तो सक्यु जाणो हो थे जाणो हो क म थारूँ परेम करूं हूँ।” ईसु बिऊँ बोल्यो, “मेरी लल्ड्यानै चरा।
मिनख क हियाऊँ बुरा-बुरा बिचार, कुकरम, चोरी, हत्या,
म बिका टाबरानै मार गेरस्युं। जणा सगळी बिस्वासी मंडळ्या आ जाण ज्यासी क म हिया अर बुदीनै जाणबाळो हूँ। अर म हरेकनै बाका करमा गेल बदलो देस्युँ।
ईसु बाकी चाल समजगो अर बठैऊँ चलेगो। पण भीड़ बाकै गेल होलिनी। ईसु सगळा रोगलानै निरोगो कर्यो।
पण बे आपसरी म सोचबा लाग्या क, “ईसु आ बात इ ताँई बोलै ह क्युं क आपा रोटी कोनी ल्याया।”
“ओ मिनख अंय्यां की बात क्युं बोलै ह। ओ तो परमेसर की बुराई करै ह, परमेसर क अलावा किकी मजाल क बो पापनै धो सकै?”
सोरो काँई ह, इ हवा भेयड़ानै ओ खेबो क तेरा पाप धुपगा। नहिस ओ ओडाबो क खड़्यो हो अर तेरी खाटली उठार चाल पड़।