7 “ओ मिनख अंय्यां की बात क्युं बोलै ह। ओ तो परमेसर की बुराई करै ह, परमेसर क अलावा किकी मजाल क बो पापनै धो सकै?”
जणा सास्तरी अर फरिसी आपसरी म बुजबा लाग्या क, “ओ पाप धोबाळो कूण होवै ह पाप तो परमेसरई धो सकै ह जणा ओ क्युं परमेसर की बुराई करै ह।”
जणा बे जखा ईसु क सागै मिजमानी खार्या हा, बे आपका मन म सोच्या, “ओ कूण ह जखो पापनै बी धोवै ह?”
बे बोल्या, “म्हें तेरा चोखा कामा ताँई तेर प भाठा कोनी बगावां, पण तू मिनख होर खुदनै परमेसर बतार परमेसर की बुराई करै ह।”
थे खुदई इका मुंडाऊँ परमेसर की बुराई सुण लिआ हो इब थे काँई चाओ हो?” अर बे सगळा बोल्या, “इनै मार देणो चाए।”
म्हायाजक बिकी आ बात सुणर आपका गाबल्या पाड़र खयो, “इब ओर गुवा की जुर्त कोनी ह। ओ अंय्यां खेर परमेसर की बुराई करै ह अर थे सगळा इकी बाता सुण्या हो।
जणा क्युंक सास्तरानै सीखाबाळा यहूदि मिनख आपसरी म बतळाबा लाग्या, “ओ अंय्यां बोलर परमेसर की बुराई करै ह।”
जद म अंय्यां खयो क म परमेसर को बेटो हूँ, जणा थे क्युं खया म परमेसर की बुराई करूं हूँ। मनै टाळर इ जगत म भेजबाळो परम-पिताई तो ह।
बि बठै सास्तरानै सीखाबाळा बी बेठ्या हा। बे आप-आपका हिया म सोचबा लाग्या,
ईसु आपकी आत्मा म जाणगो क बे आपका हिया म काँई सोचर्या हीं। अर बो बाऊँ बोल्यो, “थे थारा हिया म ओ काँई सोचर्या हो।