15 इकै पाछै ईसु लेवी क घरा जार जिमबा लाग्यो। अर बठै बिकै अर बिका चेला क सागै चुंगी लेबाळा अर पापी बी जिमर्या हा क्युं क अंय्यां का घणकराक बिकै गेल आग्या हा।
एक बर चुंगी लेबाळा अर पापी ईसुनै सुणबा ताँई भेळा होया।
जणा बो डूँगरी पऊँ बाकै सागै तळै उतर्यो अर मैदान म आर खड़्यो होयो, अर बठै बिका बोळा चेला क सागैई सगळा यहूदिआ, यरूसलेम, सूर अर सैदा क समदर किनारा का मिनखा की घणीसारी भीड़ भेळी होरी ही।
अंय्यां म इ ताँई खेऊँ हूँ क्युं क ज थे थारूँ प्यार-परेम करबाळा क सागैई परेम करस्यो जणा थानै बिको काँई फळ मिलसी। अंय्यां तो चुंगी लेबाळा बी कोनी करै के?
अर चालता-चालता ईसु हलफई का बेटा लेवीनै चुंगी चोकी प बेठ्यो देखर, बिनै बोल्यो, “मेरै गेल आ।” अर बो खड़्यो होर बिकै गेल होगो।
आ देखर फरिसी अर सास्तरानै सीखाबाळा बिका चेलाऊँ बोल्या, “ईसु चुंगी लेबाळा अर पापी मिनखा क सागै खावै पिवै ह!”