अर जदई दुसरी बार मुरगो बांग दिनी। जणा पतरस माथो पकड़्यो अर बिनै ईसु की खेईड़ी बा बात याद आई क मुरगा क दो बार बांग देबाऊँ पेल्या तू तीन बार मेरै ताँई खेसी म इनै कोनी जाणू, अर बो इ बातनै सोचर बळ-बळ रोबा लाग्यो।
बि टेम अकास म मिनख का बेटा की आबा की सेलाणी दिखसी, जणा धरती का सगळा कूणबा का मिनख छाती पिटसी अर मिनख का बेटानै मेमा अर सक्ति क सागै बादळा म आतो देखसी।