2 पण बे आपसरी म खेबा लाग्या, “आपा ईसुनै त्युंहार क दिना म कोनी मारां। आपा त्युंहार क दिना म इनै मारां जणा के बेरो जनता भड़क जावै।”
फरिसी एक दुसराऊँ बोल्या, “थे देखो, आपा क्युंई कोनी कर सक्या! जगत का मिनख बिकै गेल होर्या हीं।”
ईसुनै सुणर भीड़ मऊँ क्युंक मिनख बोल्या, “ओ सचमई बोई परमेसर की खेबाळो ह।”
अर ज आपा अंय्यां खेस्यां की बिनै ओ काम मिनख दिओ जणा आ सगळी भीड़ आपणा प भाठा बगासी, क्युं क अ सगळा यहून्नानै परमेसर की खेबाळो मानै ह।”
अर आपा खेवां, बिनै मिनखाऊँ हक मिल्यो हो जणा अ लोग आपणा प झाळ काडसी, क्युं क अ लोग यहून्नानै परमेसर की खेबाळो मानी हीं।”
अर जद परधान याजक अर धरमसास्तरी ईसु की इ बातनै सुणी बे ईसुनै मारबा को गेलो ढुंढबा लाग्या। पण भीड़ ईसु क परबचना म रमर बिकै सागै ही इ बजेऊँ बे ईसुनै मारबाऊँ डरै हा।
पण बे आपसरी म बतळाया, “आपा ईसुनै त्युंहार क दिन कोनी मारां। ज आपा त्युंहार क दिन इनै मारां जणा के बेरो जनता दंगो कर दे।”
“थानै बेरो ह दो दिना क पाछै फसै को त्युंहार ह। अर मिनख को बेटो धोकाऊँ सुळी प चढाबा ताँई पकड़ायो जासी।”
दो दिना क पाछै फसै को त्युंहार अर बिना खमिर की रोटी को त्युंहार आबाळो हो। परधान याजक अर सास्तरी ईसुनै धोकाऊँ पकड़र मारबा की साजिस घड़र्या हा।
जद ईसु बेतनिया म समोन जखो पेल्या कोढी हो बिकै घरा रोटी खाबा बेठ्यो, बठै एक लूगाई संगमरमर की बरनी म जटामासी (बाळ झड़) को मेंगो अर खरो ईतर लेर आई। अर बा लूगाई बि बरतननै खोलर बिकै मांयनै जत्तो बी ईतर हो बिनै ईसु क सीर प उंदका दि।
बिना खमिर की रोटी को त्युंहार जिनै फसै बोलता हा बो आर्यो हो।