6 इकै पाछै बि बाग का मालिक क कनै भेजबा ताँई बिको लाडलो बेटोई बच्यो। अर बो आ सोचर क बे इको तो आदर करसी। इ बजेऊँ बो आपका बेटानै बठै भेज्यो।
म आ बातानै होता देखी, जणाई गुवाई देऊँ हूँ क ओई परमेसर को बेटो ह।”
जणा अकासऊँ हेलो आयो, “ओ मेरो लाडलो बेटो ह, जिऊँ म बोळो राजी हूँ।”
परमेसर आपका एकलोता बेटानै इ दुनिया म भेजर आपको परेम परगट कर्यो जिऊँ आपानै बिका बेटा की बजेऊँ जीवन मिल सकै।
अर जद परमेसर आपका पेलीपोत का बेटानै जगत म भेज्यो ह, जणा बो बोलै ह क, “सगळा ईस्बर नगरी दुत बिकै आगै धोक खावै।”
जिऊँ सगळा, बि बेटा को बंय्यांई मान-समान करै जंय्यां परम-पिता को मान-समान करीं हीं। जखो बी बेटा को मान-समान कोनी करै बो परम-पिता को मान-समान बी कोनी करै जखो बिनै भेज्यो ह।
परम-पिता आपका बेटाऊँ परेम करै ह अर बिकै हाता म सक्यु सूप दिओ ह।
नतनएल बिऊँ बोल्यो, “गरूजी थे परमेसर का बेटा हो, थे इजरायल का राजा हो।”
परमेसरनै कदैई कोई कोनी देख्यो। पण परमेसर को इकलोतो बेटो जखो परमेसर की छाती तळै ह, अर बो परमेसरई ह। बोई परमेसरनै परगट कर्यो।
बचन देधारी होयो। बो दया अर सच क सागै म्हारै मांयनै रिह्यो। अर म्हें बिकी अंय्यां की मेमा देखी जंय्यां परम-पिता का इकलोता बेटा की मेमा।
बि टेम हात्युहात बादळा मऊँ हेलो आयो, “ओ मेरो बेटो ह जिनै म टाळ्यो हूँ थे इकी सुणो।”
अर पबितर आत्मा कबूतर की काया को रूप लेर बिपै उतर्यो, जणा अकासऊँ हेलो आयो “तू मेरो लाडलो बेटो ह, म तेरूँ बोळो राजी हूँ।”
जदई एक बादळ आयो अर बानै ढक लिओ अर बादळा मऊँ हेलो आयो, “ओ मेरो लाडलो बेटो ह। थे इकी सुणो।”
अर बादळा मऊँ हेलो आयो, “तू मेरो लाडलो बेटो ह, म तेरूँ बोळो राजी हूँ।”
पण ईसु चुपचालोई रिह्यो। जणा ओज्यु म्हायाजक बिऊँ बोल्यो, “म थानै जीवता परमेसर की सोगन देऊँ हूँ, म्हानै बता तू परमेसर को बेटो मसी ह के?”
पतरस अंय्यां बोलर्योई हो क एक भळकतो बादळ आर बानै ढक लिओ अर बि बादळ मऊँ हेलो आयो, “ओ मेरो लाडलो बेटो ह। जिऊँ म बोळो राजी हूँ थे इकी मानो।”
मेरै हाता म मेरो परम-पिता सक्यु सूप्यो ह अर परम-पिता क अलावा कोईबी बेटानै कोनी जाणै अर कोईबी बेटा क अलावा परम-पितानै कोनी जाणै। अर बे मिनख बापनै जाणै ह जिनै बेटो बतावै ह।”
“देखो, एक कुंआरी छोरी आसऊँ होसी अर एक बेटो जलमसी अर बिको नाम इम्मानुअल राख्यो ज्यासी बिको मतबल ह परमेसर म्हारै सागै ह।”
बो मालिक तीसरा दासनै बठै भेज्यो पण बे किसान बि दासनै मार गेर्या। अंय्यांई बो बोळा दासानै भेज्यो पण बे किसान कयानै तो पिट्या अर कयाकी जान लेली।
बे किसान मालिक का बेटानै आतो देख आपसरी म बतळाबा लाग्या, ‘ओ अठै को वारिस ह। आओ आपा मिलर इनै मार देवां। अंय्यां करबाऊँ अँगूरा को बाग आपणो होज्यासी।’
म, बिस्वासी मंडळी को मुखियो, आ चिठी लाडला गयुसनै मांडू हूँ , जिऊँ म बिकै सचाई प चालबा की बजेऊँ परेम करूं हूँ।