3 अर थानै कोई बुजै थे ओ काँई करो हो? थे बानै बोलज्यो ‘ओ परबुनै चाए ह’ अर बे थारै सागै बिनै भेज देसी।”
क्युं क थे आपणा परबु ईसु मसी की दयानै जाणो हो। बो सक्याको मालिक होर बी थारै ताँई गरीब बण्यो। जिऊँ थे बिकी गरीबी की बजेऊँ हर चिज का धणी बण सको।
बिनै काँई बात की कमी? जखो बो मिनखा की सेवा लेवै? बो तो सगळा जिवांनै सांस, जीवन अर सक्यु देवै ह।
परमेसर इजरायली मिनखानै चोखा समचार को संदेस दिओ क ईसु मसीऊँ थानै स्यांती मिलसी। जखो सगळा को परबु ह।
अर बे आ खेर अरदास करबा लागगा क, “परबु थे सगळा का हियानै जाणो हो थे म्हानै बताओ क थे आ दोन्या मऊँ किनै टाळ्या हो।
बो थानै बडोसारो अर सक्यु जच्यो-जचाईड़ो चोबारो दिखासी बिमैई आपणा ताँई सक्यु त्यार करज्यो।”
“थे आगला गाँव म जाओ। थानै बि गाँव म एक गधेड़ी को बच्यो बांदेड़ो मिलसी जिनै इब ताँई कोई काम म कोनी लिओ ह बिनै खोलर ल्याओ।
बे जार बि गधेड़ी का बच्यानै गळिआरा म कुआड़ा क भंदेड़ो देखर बिनै खोलबा लाग्या