18 ईसु बिऊँ बोल्यो, “तू मनै चोखो क्युं बोलै ह? परमेसरनै छोडर कोईबी चोखो कोनी,
ईसु बिऊँ बोल्यो, “तू मनै चोखो क्युं बोलै ह? परमेसरनै छोडर कोईबी चोखो कोनी।
ईसु बिऊँ बोल्यो, “भलो कूण ह, इकै बारां म मेरूँ क्युं बुजै ह? पण भलो तो एकई ह अर ज तू अजर-अमर को जीवन चावै ह तो परमेसर का हुकमानै मान।”
जंय्यां को परेम परमेसर आपाऊँ करै ह बिनै आपा जाणा हां अर आपा बिपै बिस्वास बी करां हां। परमेसर परेम ह, अर जखो बी मिनख परेम करै ह बो परमेसर म बण्यो रेह्वै ह अर परमेसर बिमै बास करै ह।
“सगळा का सगळा रूळगा, बे सगळा बिगड़गा, कोई भलाई करबाळो कोनी, एक जणो बी कोनी!”
जखोबी मिनख परेम कोनी करै बो परमेसरनै कोनी जाण्यो। क्युं क परमेसरई परेम ह।
क्युं क सगळा दान बरदान अर चोखा इनाम उपरऊँई मिलै ह अर अ उजाळा को परम-पिता देवै ह जखो कदैई कोनी बदलै अर इमै बदलती दसा की बजेऊँ आबाळी काळी छाया बी कोनी।
जद ईसु बठैऊँ निकळर गेला म जार्यो हो बठै एक मिनख भागतो होयो ईसु कनै आयो अर बो गोडा टे'कर हात जोड़र ईसुऊँ बुजबा लाग्यो, “ओ चोखा गरूजी म अजर-अमर जीवन पाबा ताँई काँई करूं?”
तू परमेसर का हुकमनै तो जाणै ह जंय्यां मंडेड़ो ह: ‘तू कुकरम मना करजे, चोरी मना करजे, हत्या मना करजे, झूठी गुवाई मना दिजे, छळ मना करजे, अर माँ-बापा को मान करजे।’”