15 बो खयो, “परमेसर को राज सांकड़ै आबा को ठिक टेम आगो ह। जिमै परमेसर राज करसी। इ ताँई थे पापऊँ तौबा करो अर परमेसर का चोखा समचार प बिस्वास करो।”
अर आ खेर परचार कर्यो क, “थे थारा पापऊँ तौबा करो! क्युं क ईस्बर नगरी को राज सांकड़ै ह।”
जद ईसु कफरनूम म हा बि टेमई परचार करबो चालू कर्यो, “थे पापऊँ तौबा करो! क्युं क ईस्बर नगरी को राज सांकड़ै ह।”
क सई टेम आबा प परमेसर इ मकसदनै पूरो करै, जिमै सगळी रचना जखी ईस्बर नगरी अर धरती प ह बानै एकसागै मसी म जखो सीर की जंय्यां ह भेळी करै।
अर म यहूदि अर यूनानी मिनखानै पापऊँ मन फेर'र परमेसर कानि मुड़बा अर परबु ईसु मसी प बिस्वास करबा ताँई खेतो रिह्यो।
पण जद ते टेम आयो, जणा परमेसर आपका बेटानै भेज्यो बो लूगाईऊँ जलम्यो। अर बो नेम-कायदानै मान्यो,
अर बि बठै का रोगलानै निरोगो कर बानै बोलो परमेसर को राज सांकड़ोई ह।
अर बाकन जाओ अर हेलो पाड़ो क ‘ईस्बर नगरी को राज सांकड़ै आगो ह’
अर बिका नामऊँ पाप की माफी ताँई मन फेरबा का चोखा समचार को यरूसलेमऊँ लेर धरती का सगळा कूणबा म परचार कर्यो जासी।
‘थारी नगरी की धूळ जखी म्हारै पगा क लागरी ह, बा म्हें थानै चेताबा ताँई थारै सामैई झाड़ां हां। पण कान खोलर सुणल्यो परमेसर को राज सांकड़ैई आग्यो ह।’
जिनै जुग-जुग बण्या रेह्बाळा परमेसर का हुकमाऊँ परमेसर की खेबाळा का लेखा क जरिए सगळा गैर-यहूदि मिनखा प परगट कर बता दिओ गयो ह, जिऊँ बामै बिस्वासऊँ पैदा होबाळी कह्यो मानबा की मनस्या पैदा होवै।
जखो सगळा मिनखानै बचाबा ताँई खुदनै हरजाना क रूप म दे दिओ, जखी सई टेम प इ बात की गुवाई ही क, परमेसर सगळानै बचाबो चावै ह।
परमेसर को बचन सई टेम प परचार कर परगट कर्यो गयो। बोई समचार मनै सूप्यो गयो हो, अर आपानै बचाबाळा परमेसर का हुकमऊँ म इको हेलो पाड़ूँ हूँ।