ओ मेरा लाडला बिस्वास्यो, थे जखा आत्मिक जीवन जीओ हो, ज थारी नजर्या म थार मऊँ कोई पाप करतो पकड़्यो जावै, जणा बिकै सागै नरमाईऊँ बरताव कर बिकी मदद करो जिऊँ बो पाछो बिस्वास म आज्यावै। अर थे बी हुस्यार रेहज्यो कदै थे पाप म नइ पड़ जाओ।
बो फरिसी नाकैई खड़्यो होर अंय्यां खेर अरदास करबा लाग्यो, ‘परमेसर थारी जे हो, क म दुसरा की जंय्यां लोभी, दुसरा को बुरो करबाळो, कुकरमी कोनी अर नइ म इ चुंगी लेबाळा की जंय्यां हूँ।
तनै खुदकी बडी-बडी गळत्या तो सुजैई कोनी अर चाल्यो दुसरा की छोटी-छोटी गळत्यानै सुदारबा जणा पाछै तू कंय्यां खे सकै ह आ भाईड़ा म तेरी गळत्यानै सुदार द्युँ।
थे जखा दुसरा को न्याय करो हो थारै कनै कोई भानो कोनी क्युं क थे दुसरा की जखी बाता को न्याय करो हो बा बाता म खुदई दोसी हो। जखी बाता को थे न्याय करो हो बे बाता थे खुदई करो हो।