40 म थाकाळा चेलाऊँ अरदास करी क बिमैऊँ बिनै काड दे पण बाऊँ तो पार कोनी पड़ी।”
ईसु आपका बारा चेलानै एक सागै बुलार, बानै ओपरी बलायानै काडबा अर रोगलानै निरोगा करबा की सक्ति अर अधिकार दिओ।
ईसु बाऊँ बोल्यो, “थारै म बिस्वास की कमी ही। म थारूँ सची खेऊँ हूँ ज थारै म राई क दाणो जत्तो बी बिस्वास होसी अर थे इ डूँगरऊँ बोलस्यो अठैऊँ हटर बठै चल्योजा जणा बो चल्यो ज्यासी। थारै ताँई क्युंई बी अणहोतो कोनी।”
बिमै क्युं रळेड़ो ह अर बो आपको असर दिखावै जणा मेरो छोरो बूताऊँ बारनै होज्यावै, अर मुंडा होर झाग बगावै, बिनै बुर्या तरोड़ै-मरोडै़ अर छोरानै छोडबा को नामई कोनी ले अर बिनै दिन घालरी ह।
जणा ईसु बोल्यो, “अरै भेम करबाळो अर कुटिचर मिनखो, म कद ताँई थारै सागै रेहस्युं अर थानै भोगस्युं? जा अर तेरा छोरानै अठै ल्या।”