16 जणा ईसु बा पाच रोट्या अर दो मछ्यानै लेर उपर देखर परमेसर को धनेवाद कर्यो अर बाका टुकड़ा कर-कर चेलानै देतो गयो क बे लोगानै जिमावै।
अर बे भीड़ का मिनखानै ओडाया, “थे घास प बेठ ज्याओ।” बिकै पाछै बे बा पाच रोट्यानै अर दो मछ्यानै लेर ईस्बर नगरी क कानि देख्या अर परमेसरनै धनेवाद देर बा रोट्या का अर मछ्या का टुकड़ा कर आपका चेलानै देता गया अर चेला लोगानै देता गया।
अर जद रोटी खाबा बो बाकै सागै चोकी प बेठ्यो जणा रोटी उठार परमेसर को धनेवाद कर्यो अर रोटी तोड़र बानै दिनी।
अर बा सात रोट्या अर मछ्यानै लेर परमेसर को धनेवाद कर्यो। अर बानै तोड़-तो'ड़र चेलानै देतो गयो अर चेला लोगानै परोसता गया।
जखो मिनख कोई दिननै खास दिन मानै ह बो अंय्यां परबुनै आदर देबा ताँई करै ह। अर जखो सक्यु खावै ह बो बी परबुनै मान देबा ताँई खावै ह, क्युं क बे रोटी ताँई परमेसरनै धनेवाद देवीं हीं। जखा क्युंक चिजा कोनी खावीं बे बी अंय्यां परबुनै मान देबा ताँई करीं हीं। अर परमेसरनै धनेवाद देवीं हीं।
आ खेर पोलुस रोटी ली अर सगळा क सामै परमेसर को धनेवाद देर बिका टुकड़ा कर खाबा लाग्यो।
जणा तिबरिआस नगरीऊँ क्युंक न्यावा बि झघा आई, जठै परबु क धनेवाद देबा क पाछै मिनख रोटी खाई ही।
जणा ईसु रोटी ली अर परमेसरनै धनेवाद देर जखा बेठ्या हा बा मिनखा म जत्ती बे चावा हा बाट दि। अर अंय्यांई बो मछी ली अर धनेवाद देर बाट दि।
इकै पाछै बो रोटी लेर अरदास करी अर बिका टुकड़ा कर बानै देर बोल्यो, “ल्यो आ मेरी काया ह जखी थारै ताँई दि गई ह मेरी याद म अंय्यांई करज्यो।”
अर परमेसरनै धनेवाद देर तोड़ी अर आपका चेलानै खयो, “आ रोटी मेरी काया ह, जखी थारै ताँई ह। अर थे मनै याद करबा ताँई अंय्यांई कर्या करो।”
अर ज म परबुनै धनेवाद देर रोटी म पाँती पताऊँ हूँ जणा बि ताँई मेरी बुराई नइ करबो चाए।
अर ईसु ईस्बर नगरी कानि देखर दयाऊँ भर'र सांस खिंची अर बिऊँ बोल्यो, “इप्फथा!” इको मतबल ह, खुलज्या।
बे बंय्यांई कर्या जंय्यां बाऊँ खयो गयो। बे सगळानै पंगत म बिठा दिआ।
अर जद सगळा खार धापगा जणा बचेड़ा रोट्या का टुकड़ाऊँ चेला बारा चोल्या भर्या।