42 क्युं क बिकै बारा बरस की एक छोरी ही अर बा मरबाळी ही अर ईसु जद जार्या हा जणा भीड़ उपर-तळी बापै टूटर पड़री ही।
जणा ईसु बुज्यो, “मेरै कूण हात अड़ायो?” जद सगळा नटगा जणा पतरस बोल्यो, “म्हराज भीड़ की भीड़ तो थार प टूटर पड़री ह।”
बे जंय्यांई नगरी का दरूजा प पुग्याक, जणा देख्या क बठिकी एक अरथी जारी ही, अर बो एक खाली होईड़ी को एकलोतो बेटो हो जि बजेऊँ नगरी का घणकराक बिका दाग म सामिल हा।
जंय्यां एक मिनख आदम क जरिए धरती प पाप अर पापऊँ मोत आई। बंय्यांई सगळा मिनख पाप कर्या अर सगळा प मोत आई।
जणा ईसु बिकै सागै चाल पड़्यो अर घणीसारी भीड़ बी बिकै गेल होली। अर लोग बिपै टूटर पड़ै हा।
बि टेम का याईर नाम को कोई मिनख आर बिकै पगा पड़ग्यो जखो बठैका यहूदि मिनखा का अरदास करबा का घर को परधान हो अर बिनै आपका घरा चालबा ताँई हात जो'ड़र खयो।
अर बठैई एक लूगाई बी ही जिकी बारा बरसाऊँ न्याह्णी थमरी कोनी ही अर जोक्यु बी बिकन हो बिनै बा बेदानै बोया बेठी ही अर बिनै कोईबी निरोगो कोनी कर सक्यो।