लूका 8:13 - जीवन को च्यानणो (सेकावाटी नया नियम की पोथ्या)13 कांकरा प पड़बाळा बीज बे हीं जखा बचन सुणर बिनै राजी होर मानली। पण बाकै मना म बो गेराई कोनी पकड़ै बे थोड़ी देर ताँई बिस्वास करीं पण जद बानै बिचास्यो जावै जणा बे ओटा सरक ज्यावै। Gade chapit la |
बिस्वासी मंडळी म जद कदै दावत होवै जणा बि टेम अ मिनख थारै सागै रेह्वै, जणा अ गेला का बा खाडा की जंय्यां हीं जखा पत्ताऊँ ढकेड़ा होवै। बिस्वासी मंडळी म रोटी खाती टेम अ आपका बेसरमी भर्या कामा प नइ तो सरमिंदा होवीं अर नइ आनै डर लागै। अ बा गुवाळ्या की जंय्यां हीं जानै लल्ड्याऊँ क्युंई मतबल कोनी, पण बे खुदको पेट भरबो सूल जाणी हीं। जंय्यां रेगीस्तान म बिना पाणी का बादळ भाळऊँ उनै का उनै होता रेह्वै ह पण छांटई कोनी गेरै, बंय्यांई अ मिनख बात तो बोळी लामी-लामी करीं हीं पण देबानै आकै कनै क्युंई कोनी। अ बि दरखत की जंय्यां हीं जखो आपकी रुत म बी कोनी फळै अर जिनै उपाड़ दिओ गयो ह। आऊँ क्युंई भलो कोनी होवै।