10 जणा बे खया, “परमेसर क राज का भेद को ज्ञान थानै दियड़ो ह पण दुसरानै म अ भेद मिसाल देर बताऊँ हूँ। जिऊँ बे देखर बी कोनी देख सकीं अर सुणर बी कोनी सुण सकीं।
ईसु बानै खेबा लाग्यो, “थानै तो परमेसर का राज को भेद खोलेड़ो ह पण दुसरा मिनखा ताँई तो सगळी बाता मिसाल देरई बोली ज्यावै ह।”
बठैई ईसु बोल्यो “ओ परम-पिता ईस्बर नगरी अर धरती का मालिक म तेरो गुणगान करूं की तू आ बातानै ज्ञान्याऊँ अर स्याणाऊँ लखोर राखी अर गुठा छाप प आका भेदानै खोल्या।
ओ म इ ताँई करूं हूँ क, बाका हिया म हिमत बंधै अर बे आपसरी का प्यार-परेम म बंद जावै, अर बाकन मोकळी पक्की समज होवै जखी परमेसर पिता का भेदनै सूल जाणबाऊँ आवै ह। ओ भेद मसी ह जिनै परमेसर खोल्यो ह।
बिकी बडाई होवै जखो थानै, ईसु मसी का संदेस, जि चोखा समचार को म हेलो पाड़ूँ हूँ अर परमेसर का परगट होयड़ा बि भेदभर्या सच गेल जखो जुगादऊँ लुखेड़ो हो, मजबूत बणाबा की सक्ति राखै ह।
ईसु अंय्यां सुणर बिनै बोल्यो, “ओ समोन योना का बेटा तू भागहाळो ह क्युं क आ बात तू कोई मिनख की सुणर कोनी बोली पण तेर प ईस्बर नगरी म रेह्बाळो मेरो परम-पिता परगट करी ह।
कोई कोनी नट सकै क, भगती को भेद कंय्यां को म्हान ह, बो जखो मिनख जूण म परगट होयो, पबितर आत्मा जिनै धरमी बतायो, अर ईस्बर नगरी दुत जिनै देख्या, देस-देस म बिको परचार कर्यो गयो, जगत म बिपै बिस्वास कर्यो गयो, अर ईस्बर नगरी म उठा लिओ गयो।
पण अ सगळा काम एक पबितर आत्मा करै ह अर बो जिनै चावै बिनै अ बरदान बाट देवै ह।
“परमेसर बाकी आँख्यानै आँदी, अर बाका मनानै काठो कर दिओ, जिऊँ क बाकी आँख्या देख कोनी सकै, अर बाको मन समज कोनी सकै, कदै अंय्यां नइ होवै क बे खुदको मन मेर म लगावीं, अर म बानै निरोगो करूं।”
जणाई तो, “देखता-देखता बानै कोनी सुजै अर सुणता-सुणता कोनी समळै अर जणाई तो बे आपका हियानै कुगेलाऊँ कोनी बदलै अर परमेसर बानै माफ कोनी करै।”