जंय्यां क थे जाणोई हो क परमेसर, कंय्यां पबितर आत्मा अर सक्तिऊँ ईसु नासरी को अभिसेक कर्यो। बो च्यारूमेर जार भलाई करतो अर सेतान का सतायड़ा सगळानै निरोगो करतो क्युं क परमेसर बिकै सागै हो।
बे जंय्यांई नगरी का दरूजा प पुग्याक, जणा देख्या क बठिकी एक अरथी जारी ही, अर बो एक खाली होईड़ी को एकलोतो बेटो हो जि बजेऊँ नगरी का घणकराक बिका दाग म सामिल हा।