5 समोन बोल्यो, “मालिक म्हें सारी रात जाळ गेर-गेर दुखी होलिआ अर क्युंई हात कोनी लाग्यो पण थे खेर्या हो जणा एक बर ओर जाळ गेर देस्युँ।”
ईसु की माँ नोकर-चाकराऊँ बोली, “जोक्यु बो थानै करबा ताँई बोलै बंय्यांई करज्यो।”
ज थे मेरा बताया गेला प चालो जणा थे मेरा भाईला हो।
समोन पतरस बाऊँ बोल्यो, “म मछी पकड़बा जाऊँ हूँ।” बे बिऊँ बोल्या, “म्हें बी तेरै सागै चालस्यां।” अर बे अंय्यां खेर बिकै सागै होलिआ अर न्याव म बेठगा। पण बि रात बाकै क्युंई कोनी हात्यायो।
जणा बे बिकन आया अर बिनै जगार खया, “म्हराज, म्हराज आपा डूबबाळा हां।” जणा बो उबो होर आँधी अर पाणी की झालनै दकाल्यो जिऊँ सक्यु स्यांत होगो।
अर जोर-जोरऊँ बोलबा लाग्या, “ओ म्हराज ईसु म्हारै प दया कर।”
अर जंय्यांई बे बिऊँ बिदा ले हाक, जणा बि टेम पतरस बिऊँ बोल्यो, “म्हराज कतो चोखो ह क म्हें अठै हां! म्हानै तीन पंडाळ बणाबा दे, एक थारै ताँई, एक मूसा ताँई, एक एलिआ ताँई।” बो सचमई कोनी जाणतो हो क बो काँई बोलर्यो हो।
जणा यहून्ना बोल्यो, “ओ म्हराज, म्हें एक आदमीनै देख्या जखो तेरा नामऊँ ओपरी बलाय काडर्यो हो, अर म्हें बिनै अंय्यां करबा ताँई नट्या क्युं क बो आपणै मालो कोनी हो।”
जणा ईसु बुज्यो, “मेरै कूण हात अड़ायो?” जद सगळा नटगा जणा पतरस बोल्यो, “म्हराज भीड़ की भीड़ तो थार प टूटर पड़री ह।”