4 सीखाबा क पाछै बो समोनऊँ बोल्यो, “इ न्यावनै गेरा पाणी म लेचाल अर मछी पकड़बा ताँई थारा जाळ गेरो।”
जणा बो बाऊँ बोल्यो, “न्याव क दाया नाकै जाळ फेको अर थानै मिलसी।” जणा बिका बोल्या गेल बे जाळ फेक्या पण बोळी मछ्या की बजेऊँ बे जाळनै पाछा कोनी खींच सक्या।
पण आपा आको अपमान कोनी करां इ ताँई दरिआव क किनारै काँटो गेर अर जखी पेली मछी हात आवै बिको मुंडो पा'ड़र देखजे तनै बिकै मुंडा म एक सीक्को मिलसी। बिनै तेरै अर मेरै ताँई कर म दे दिजे।”
समोन बोल्यो, “मालिक म्हें सारी रात जाळ गेर-गेर दुखी होलिआ अर क्युंई हात कोनी लाग्यो पण थे खेर्या हो जणा एक बर ओर जाळ गेर देस्युँ।”