34 ईसु बाऊँ खयो, “बिंद क होतासोता थे बरात्यानै भूखा राख सको हो के?
बिंद बोई ह जिकै बिनणी ह। पण बिंद को भाईलो जखो खड़्यो होर बिकी सुणै ह, बो जद बिंद बोलै जणा बिकी उवाज सुणर राजी होज्यावै ह। ठिक बंय्यांई म बी राजी होयो।
क्युं क जंय्यां परमेसर थारी चिंत्या करै ह बंय्यांई म बी थारी चिंत्या करूं हूँ अर थे पबितर कुंआरी छोरी की जंय्यां हो जिकी सगाई म मसी क सागै करबा को करार कर दिओ हूँ।
“ईस्बर नगरी को राज बि राजा की जंय्यां ह। जखो आपका बेटा का ब्या की रोटी की त्यारी करी।
जणा ईसु बानै खेबा लाग्या, “ब्या की टेम जद बिंद आपका भाईला क सागै ह जणा बिका भाईला दुख मनावै ह के? पण बे दिन आसी जद बनड़ो बाऊँ न्यारो कर्यो जासी जणा बे बरत करसी।
क्युंक मिनख बिऊँ खया, “यहून्ना अर फरिसीया का चेला तो बरत राखीं अर अरदास करीं, पण तेरा चेला तो सूल खावीं पीवीं हीं।”
पण बे दिन बी आसी जद बनड़ो बाऊँ न्यारो कर्यो ज्यासी अर बि टेम बे बरत करसी।”