21 जणा सास्तरी अर फरिसी आपसरी म बुजबा लाग्या क, “ओ पाप धोबाळो कूण होवै ह पाप तो परमेसरई धो सकै ह जणा ओ क्युं परमेसर की बुराई करै ह।”
बे बोल्या, “म्हें तेरा चोखा कामा ताँई तेर प भाठा कोनी बगावां, पण तू मिनख होर खुदनै परमेसर बतार परमेसर की बुराई करै ह।”
जणा बे जखा ईसु क सागै मिजमानी खार्या हा, बे आपका मन म सोच्या, “ओ कूण ह जखो पापनै बी धोवै ह?”
म्हायाजक बिकी आ बात सुणर आपका गाबल्या पाड़र खयो, “इब ओर गुवा की जुर्त कोनी ह। ओ अंय्यां खेर परमेसर की बुराई करै ह अर थे सगळा इकी बाता सुण्या हो।
परमेसर का टाळेड़ा मिनखा प कूण दोस लगा सकै ह? बो परमेसरई ह जखो बानै निरदोस बणावै ह।
एक बर जद ईसु सीख देर्यो हो जणा बठै गलिल, यहूदिआ, अर यरूसलेम का सगळा नगर्याऊँ आएड़ा फरिसी अर धरम की सीख देबाळा बठै बेठ्या हा। अर रोगलानै निरोगा करबा ताँई परबु परमेसर की सक्ति बिकै सागै ही।
जणा क्युंक सास्तरानै सीखाबाळा यहूदि मिनख आपसरी म बतळाबा लाग्या, “ओ अंय्यां बोलर परमेसर की बुराई करै ह।”
जणा इब थारा करमाऊँ ओ बेरो पड़णो चाए क थे पाप करबो छोड दिआ हो। अर अंय्यां मना जताओ की म्हें अब्राहम की ओलाद हां। क्युं क म जाणू हूँ अर थारूँ बी बोलुँ हूँ परमेसर आ भाठाऊँ बी अब्राहम ताँई ओलाद पैदा कर सकै ह।
ईसु बाकी मना की बात जाणगो अर खयो, “थे अंय्यां थारै मना म क्युंर-क्युं क्याले सोचो हो।