44 अर अंय्यां करता-करता बो यहूदिआ देस म अरदास करबाळी झघा म हेलो पाड़बा लागगो।
ईसु गलिल नगरी की सगळी झघा म घूमतो होयो अर अरदास करबाळी झघा म परमेसर का राज का चोखा समचार क बारां म बतातो अर लोगा का रोग अर कमजोरीनै दूर करतो रिह्यो।
अर बो गलिल की सगळी अरदास करबाळी झघा म परमेसर को हेलो देतो गयो अर कई मिनखा मऊँ ओपरी बलायानै भगायो।
बो अरदास करबाळी झघा म सीख देतो अर सगळा बिकी बडाई करता।
एकर ईसु गनेसरत झिल क किनारै खड़्यो हो, अर परमेसर को बचन सुणबा ताँई भीड़ बिनै च्यारूमेरूँ ढक राख्यो हो,