43 पण बो बाऊँ बोल्यो, “परमेसर का राज को चोखो समचार मनै दुसरी नगर्या म बी सुणाणो ह, अर मनै इ ताँई धरती प भेज्यो गयो।”
परमेसर का बचना को परचार कर। टेम बेटेम मिनखानै सुदारबा ताँई त्यार रेह। तू मिनखानै सई कर अर बाका पाप प बाकै दकाल लगा। सागैई बानै उदास बी मना होबा दे, बानै हिदायत देती टेम सदाई थ्यावस राखजे।
आ जरूरी ह क जखो मनै भेज्यो, बिका काम आपा दिन-दिनऊँ करल्या क्युं क रात होबाळी ह जद कोई काम कोनी करसी।
जंय्यां क थे जाणोई हो क परमेसर, कंय्यां पबितर आत्मा अर सक्तिऊँ ईसु नासरी को अभिसेक कर्यो। बो च्यारूमेर जार भलाई करतो अर सेतान का सतायड़ा सगळानै निरोगो करतो क्युं क परमेसर बिकै सागै हो।
जणा ईसु बाऊँ ओज्यु बोल्यो, “थानै स्यांती मिलै। जंय्यां परम-पिता मनै भेज्यो ह, ठिक बंय्यांई म थानै भेजूँ हूँ।”
ईसु गलिल नगरी की सगळी झघा म घूमतो होयो अर अरदास करबाळी झघा म परमेसर का राज का चोखा समचार क बारां म बतातो अर लोगा का रोग अर कमजोरीनै दूर करतो रिह्यो।
बो भागपाट्याई आपका घरनै छोडर उजाड़ म चलेगो अर बो बठै अरदास करबा लाग्यो।