41 अर बामैऊँ घणकराक मऊँ ओपरी बलाय अंय्यां चिलाटी मारती निकळगी क, “तू परमेसर को बेटो ह।” पण ईसु बानै दकालतो अर बोलबा कोनी देतो, क्युं क बे जाणती ही की ओ मसी ह।
ईसु बा रोगलानै निरोगो कर्यो जखा भात-भात की पिड़ा म हा। अर ओपरी बलाय बी काडी। अर बो बा ओपरी बलायनै बोलबा कोनी देतो हो क्युं क बे बिनै जाणै ही।
तू बिस्वास करै ह क एकई परमेसर ह। चोखी बात ह! पण ओ बिस्वास तो ओपरी बलाय बी करै ह अर धुजै ह।
अर जखी बाता अठै मांडेड़ी ह बे इ ताँई ह क, थे बिस्वास करो क ईसुई परमेसर को बेटो मसी ह अर बिस्वास करके, थे बिका नाम म जीवन पाओ।
जखा मिनखा म सूगली ओपरी बलाय होती बे बिनै देखताई बिकै पगा म धोक खाता अर सूगली ओपरी बलाय चिलाटी घालर बोलती, “तू परमेसर को बेटो ह।”
जणा बिचास्बाळो सेतान बिकन आर ओडायो, “ज तू परमेसर को बेटो ह जणा आ भाठाऊँ बोल क रोटी बण जावै।”
पण ईसु चुपचालोई रिह्यो। जणा ओज्यु म्हायाजक बिऊँ बोल्यो, “म थानै जीवता परमेसर की सोगन देऊँ हूँ, म्हानै बता तू परमेसर को बेटो मसी ह के?”
बे जोरऊँ बोल्या, “हे परमेसर का बेटा, थारो म्हारो काँई लेणदेण? के थे थारा टेमऊँ पेल्याई म्हानै नास करबा आया हो?”
बिकै अंय्यां बोलताई ईसु बिनै दकाल्यो अर बिनै खयो, “तू चुपचाली रेह अर इमैऊँ बारनै निकळज्या।”
पण ईसु बिनै ओडायो, “इ बात क बारां म खिनई मना खिजे। पण याजक क कनै जार खुदनै दिखा अर मूसा की रीत गेल भेंट चढा जिऊँ मिनखानै तेरै निरोगो होबा को सबूत मिलै।”
जद दिन आथगो जणा लोग बा मिनखानै जामै फेंट होईड़ी ही बाकन लेर आया। ईसु बा ओपरी बलायानै हुकम देतो अर बे बाको हुकम मानर बाकै मांयनैऊँ निकळ ज्याती। अर बे बा सगळा मिनखानै निरोगो कर्या जखा रोगला हा।
दिन आथ्या पाछै लोग रोगलानै अर जिकै मांयनै फेंट होईड़ी ही बानै बिकन ल्याया।
अर ईसु बिकै सीराणै खड़्यो होर अधिकारऊँ बुखारनै उतरबा ताँई दकाल लगाई अर बुखार हात्युहात उतरगी। अर बा जदकी जदई खड़ी होर बाकी सेवा-पाणी करबा लागगी।