36 आ देखर देखबाळा ताजूब करबा लाग्या अर सगळा आपसरी म बतळाबा लाग्या क, “ओ काँई बचन ह? अधिकार अर सक्ति क सागै ओ मिनख सूगली ओपरी बलायनै हुकम देवै अर बे निकळर भाग ज्यावीं।”
बे बिका बचनाऊँ ताजूब करर्या हा क्युं क बो अधिकार क सागै सीख देतो हो।
बो ईस्बर नगरी जार परमेसर क दायणै हात बेठगो, अर ईस्बर नगरी दुत, उपरी सक्तिया का अधिकारी, सगळी सक्तिया बिकै बस म कर दिनी गई।
लोग ताजूब कर बोलबा लाग्या, “ईसु भलो-भलोई करै, अठै ताँई क बो बोळानै सुणबा अर गुँगानै बोलबा की सक्ति देवै ह।”
इ बातऊँ सगळा मिनख चोरंगा होगा। अर आपसरी म बुजबा लाग्या, “आ बेधड़क सीखाबाळी नई सीख काँई ह? अर ओ सूगली ओपरी बलायनै बी अधिकार क सागै ओडावै ह, अर बे इको खयो मानै ह।”
अर जद बिकै मांयनैऊँ बी ओपरी बलायनै काड दिनी जणा बो मिनख बोलबा लाग्यो, जणा बठै भीड़ ही जखी ताजूब कर खेबा लागी, “म्हें इजरायल म अंय्यां को काम पेली कदैई कोनी देख्यो।”
अर जत्ता बी गुवाळ्यानै सुण्या बे ताजूब कर्या।