1 ईसु पबितर आत्माऊँ भर'र यरदन नदिऊँ पाछो आयो। अर पबितर आत्मा बिनै उजाड़ म लेगो।
जंय्यां क थे जाणोई हो क परमेसर, कंय्यां पबितर आत्मा अर सक्तिऊँ ईसु नासरी को अभिसेक कर्यो। बो च्यारूमेर जार भलाई करतो अर सेतान का सतायड़ा सगळानै निरोगो करतो क्युं क परमेसर बिकै सागै हो।
“परबु की पबितर आत्मा मेर प ह, क्युं क बे मेरो अभिसेक करर भेज्यो ह, क म बोदानै चोखो समचार सुणाऊँ, केद्या की अजादि को हेलो पाड़ूँ, आँदानै आँख्या द्युँ, दब्या-चिथ्यानै उठाऊँ,
क्युं क जिनै परमेसर भेज्यो ह, बो परमेसर का बोल बोलै ह। क्युं क परमेसर बिनै बेथां पबितर आत्माऊँ भर्यो ह।
जणा पाछै यहून्ना आ गुवाई दिनी, “म आसमानऊँ पबितर आत्मानै कबूतर की जंय्यां बिपै उतरता देखी।
अर ईसु पाणी को बतिस्मो लेर जंय्यांई पाणी मऊँ बारनै आयो अकास खुलग्यो, अर ईसु परमेसर की पबितर आत्मानै कबूतर क रूप म आपकै उपर उतरता देख्यो।
जणा पाछै ईसु पबितर आत्मा की ताकतऊँ भरेड़ो गलिल म पाछो आयो। अर बिकी चरचा बि इलाका म च्यारूमेर फेलगी।
अर जंय्यांई बे पाणी क बारनै निकळ्याक परबु की पबितर आत्मा फलिपूसनै उठा लेगो अर बिकै पाछै बो हिंजड़ो बिनै कोनी देख्यो अर बो राजी-खुसी आपका गेलै चलेगो।
ईस्बर नगरी म उठाया जाबाऊँ पेली बो पबितर आत्मा की सक्तिऊँ खुदका ग्यारा भेजेड़ा चेलानै जानै बो टाळ्या बानै काँई-काँई करबो ह , बा कामा को हुकम दिओ।
अर पबितर आत्मा बिनै बडा अरदास घर म ल्याई। अर बि टेमई ईसु मसी का माँ-बाप नेम-कायदा की रिती पूरी करबा ताँई ईसुनै ल्याया।
अर बो यरदन नदि अर बिकै आसपड़ोस की सगळी झघा म घूम-घूम परचार करतो हो क, “थारा पापऊँ तौबा कर पाणी को बतिस्मो लेल्यो जिऊँ परमेसर थारा पापनै माफ कर देसी।
केनान जखो एनोस की एनोस जखो सेत की, सेत जखो आदम की ओलाद ही, आदम जिनै परमेसर रच्यो।