36 सिलह केनान की, केनान अरफछद की, अरफछद सेम की सेम नूह की, नूह लिमिक की,
परमेसर बि पुराणी दुनियानै कोनी बकस्यो, पण बो नूहनै जखो धारमिक्ता को परचार करतो हो बिनै अर सात मिनखानै छोडर सगळा पापी मिनखानै बाढऊँ नास कर दिओ।
अ बा मिनखा की आत्मा ही जखी नूह का टेम म जद बो झाज बणार्यो हो बे परमेसर का कह्यानै कोनी मान्या पण परमेसर बा बेई थ्यावस राख्यो। बस आठ मिनख झाज म बड़्या अर पाणी म डूबबाऊँ बचाया गया हा।
बिस्वास करबा की बजेऊँई नूह बा बातानै जखी बि टेम का कोनी दिखरी ही। बानै परमेसर का डर क सागै चितावनी मानर आपका परवारनै बचाबा ताँई झाज बणायो हो, अंय्यां कर बो जगतनै दोसी गिण्यो अर बि धारमिक्ता को पाँतीवाळ होयो जखी बिस्वास करबाऊँ आवै ह।
जि दिन ताँई नूह झाज प कोनी चढगो हो बि दिन ताँई मिनख खाता पिता हा, बामै ब्या होर्या हा। पण परले आई अर सक्यानै नास कर दिनी।
नाहोर जखो सरूग की, सरूग रऊ की, रऊ फिलीग की, फिलीग एबिर की, एबिर सिलह की,
लिमिक मथूसिलह की, मथूसिलह हनोक की हनोक यिरिंद की, यिरिंद महलेल की, महलेल केनान की,