17 अर बो छाजळो लेर त्यार ह जिऊँ बो ग्युंआ मऊँ डूण्डळी साप करसी, जिऊँ ग्युंनै तो आपकी ओबरी म धर देसी अर डूण्डळ्यानै बाळबा ताँई कदैई कोनी बुत्तबाळी लाय म गेर देसी।”
जद ताँई फसल त्यार नइ होज्यावै आनै ग्युंकै सागैई बढबा द्यो, लावणी की टेम म मजुरियाऊँ खेस्युं क बे पेली खरप्तवारनै का'टर बाकी पुळी बणार बिनै बाळदे बिकै पाछै ग्युं की लावणी कर बिनै ओबरी म भेळो करो।’”
बिको छाजळो बिकै हात म ह अर बो ग्युंआ मऊँ डूण्डळी साप करसी, ग्युंनै ओबरी म भेळा करसी पण डूण्डळ्यानै आग म बाळसी। अर बा आग बुत्तबा की कोनी।”
अर बो मिनखानै ओर बोळी बाताऊँ समजार चोखो समचार सुणातो रिह्यो।