53 अर ईसु की लास सुळी पऊँ उतार बिपै मखमल को चादरो पळेटर बिनै ढाड म खोदेड़ी कबर म धर दिनी। जिमै इऊँ पेली कोईकिई लास कोनी धरी गई ही।
युसूफ मखमल को चादरो खरीद्यो अर लासनै सुळीऊँ उतार बि चादरा म बिनै लपेटर ढाड क मांय खोदेड़ी कबर म धर दिओ। अर कबर का मुंडा प बडोसारो भाठो लगा दिओ।
बो ईसु की लास माँगबा पीळातुस क कनै गयो।
बि दिन सकरवार हो अर अरामहाळो दिन लागबाळो हो।
जठै ईसुनै सुळी प चढायो गयो हो, बिकै सारैई एक बाग हो अर बि बाग क मांयनै ढाड म खुदेड़ी एक कबर ही जिमै हाल ताँई कोईनैई कोनी धर्यो गयो हो।
अर जद बे बिकै बारां म मंडेड़ी सगळी बातानै पूरी करली, जणा बे बिनै सुळीऊँ तळै उतार बिकी लासनै एक कबर क मांयनै धर दिआ।