5 पण बे आपकी बात प अड़्या रिह्या, “नइ ओ गलिल दिसावरऊँ लेर सगळा यहूदिआ दिसावर अर अठै का मिनखानै आपकी सीखऊँ भड़कायो ह।”
अंय्यां गलिल का काना नगरी म ईसु पेलो चमत्कार कर आपकी मेमा दिखाई। अर बिका चेला बिपै बिस्वास कर्या।
आगलै दिन ईसु गलिल जाबा की मन म करी। फलिपूसनै देखर बो बिऊँ बोल्यो, “मेरै गेल होले।”
ईसु क गलिल जाबाऊँ पेली यहून्नानै कोठड़ी क मांयनै बंद कर दिओ गयो हो। ईसु गलिल म जार बठै परमेसर को चोखो समचार लोगानै सुणाबा लाग्यो।
ईसु गलिल नगरी की सगळी झघा म घूमतो होयो अर अरदास करबाळी झघा म परमेसर का राज का चोखा समचार क बारां म बतातो अर लोगा का रोग अर कमजोरीनै दूर करतो रिह्यो।
अर जद बाकी राड़ घणी बढगी जणा इ डरऊँ क बे कदै पोलुस का टुकड़ा-टुकड़ा नइ कर दिं, पलटण को सरदार आपकी पलटण का क्युं क सिपाईड़ानै ओडायो क, “जाओ अर जोरामादी बिनै बामैऊँ काड ल्याओ अर सेनाहाळा गड म लेज्याओ।”
यहून्ना लोगानै पाणी को बतिस्मो लेबा क बारां म परचार करबा क पाछैऊँ, गलिलऊँ चालू होर सगळा यहूदिआ म जखी बाता होई बानै थे जाणो हो।
आ सुणताई बे आपका कान बंद कर लिआ अर जोरऊँ चिलाटी घालर एक सागै बिपै टूटर पड़्या।
अ बाता सुणताई बे सतफनुस प लाल-ताता होगा, अर आँख्या का'डर जाड़ भीचबा लागगा।
आ सुणर पंचायत का सदस्य लाल-ताता होर बानै मारबा की सोची।
बे ओज्यु चिलाया, “इनै मार द्यो! इनै मार द्यो। इनै सुळी प चढाओ!” पीळातुस बाऊँ बोल्यो, “के थे चाओ हो क थारा राजानै सुळी दि जावै?” जणा परधान याजक बोल्या, “रोमी म्हराजनै छोडर म्हारो कोई राजा कोनी।”
जणा बे बिनै जुबाब म बोल्या, “के तू बी तो गलिल को कोनी ह? सास्तरनै बाचर बेरो पाड़, परमेसर की खेबाळो गलिल म तो पैदा होबाऊँ रिह्यो।”
क्युंक बोलर्या हा, “ओ मसी ह!” पण क्युंक बोलर्या हा, “मसी गलिलऊँ थोड़ी आसी!
पण बे ओर बी जोरऊँ चिलाबा लागगा, “नइ इनै तो सुळी प चढाओ” अर बाकी जीत होई।
अर जद ईसु बठैऊँ चलेगो जणा बे फरिसी अर सास्तरी बिऊँ बेर बांद लिआ अर बोळी बाता म बिऊँ उळजबा लागगा।
पीळातुस आ देखर सोच्यो इब क्युंई कोनी हो सकै ज म भीड़ क खिलाप जास्युं तो दंगो हो सकै ह। इ ताँई बो पाणी लेर भीड़ क सामै हात धोर खयो, “इ मिनख की मोत म मेरो कोई लेणदेण कोनी आ थारी करनी ह।”
हेरोद राजा क राज करबा का दिना म यहूदिआ क बेतलम म ईसु को जलम होयो जणा अगुणी दिसाऊँ क्युंक ज्योतसी जखा चाँद-तारा को ज्ञान राखता हा यरूसलेम म आया।
ईसु आपका बारा चेलानै हुकम देबा क पाछै बठैऊँ परचार करबा अर सीख देबा ताँई नगर्या म चलेगो।
आ सुणर पीळातुस बोल्यो, “के ओ गलिल को रेह्बाळो ह?”