पण पोलुस अकड़गो अर बा सिपायड़ाऊँ बोल्यो, “म्हें रोमी होतासोता बी, बे म्हारै प लगाया गया दोस की जाच पड़ताळ कर्या बिनाई म्हारै सगळा क सामै तड़ा मरवार म्हानै कोठड़ी म बंद कर दिआ। अर इब चुपचाला म्हानै छोडर्या हीं, अंय्यां कोनी चालै जद ताँई बे खुद आर म्हानै नइ छोडै म्हें कोनी जावां।”