54 इकै पाछै बे बिनै पकड़र म्हायाजक क घरा लेग्या। अर पतरस छापळतो छापळतो बाकै गेल होर्यो हो।
इकै पाछै अनास बिनै भंदेड़ानैई म्हायाजक केफा क कनै भेज दिओ।
जद म रोजकी थारै सागै मनदर म रेह्तो हो बि टेम तो थे मेर प हात कोनी घाल्यो। पण आज थारो टेम ह जिपै अँधकार की ताकत को हक ह।”