इकै पाछै ईसु बठैऊँ चिनोसोक दूर जार धरती प मोदो पसर अरदास करबा लाग्यो, “मेरा परम-पिता ज आ हो सकै तो मनै इ पिड़ा म मना गेरो पण म चाऊँ जंय्यां नइ पण थे चाओ बंय्यांई होवै।”
अर बो बोलबा लाग्यो, “अब्बा ओ परम-पिता थारै ताँई क्युंई ओखो कोनी। इ दुख का कचोळानै मेरूँ नाकै कर दे, पण जंय्यां म चाऊँ बंय्यां नइ हो पण जंय्यां तू चावै बंय्यांई होवै।”