16 क्युं क जद ताँई परमेसर का राज म इ रोटी को मतबल पूरो नइ होज्या आज क पाछै बि दिन ताँई म ओज्यु आ रोटी कोनी खास्युं।”
जणा बो ईस्बर नगरी दुत मेरूँ बोल्यो, “अंय्यां मांड: बे मिनख भागहाळा हीं जखा उन्या का ब्या की मेळ म नूत्या गया हीं।” बो ओज्यु बोल्यो, “अ बचन परमेसर का सचा बचन हीं।”
ईसु की सुणर बिकै सागै चोकी प बेठर जिमबाळो एक जणो बिऊँ बोल्यो, “बे कत्ता भागहाळा हीं जखा परमेसर का राज म बेठर जिमसी।”
क्युं क मेरा राज म थे मेरी चोकी प खाई-पी करस्यो अर राजगद्या प बेठर इजरायल का बारा गोता को न्याय करस्यो।”
सगळा प नइ पण बा गुवा प जानै परमेसर पेल्याऊँ टाळ राख्या हा, अर जखा बिकै ओज्यु जीबा क पाछै बिकै सागै खाया अर पीआ हा।
रोट्या ताँई मेनत मना करो क्युं क बे तो बुसज्यावै, पण अजर-अमर जीवन देबाळी रोटी ताँई मेनत करो। आ बा रोटी ह जखी मिनख को बेटो थानै देसी, क्युं क परम-पिता परमेसर बिनै ओ अधिकार दिओ ह।”
बे दास बडा भागहाळा हीं, जखा मालिकनै चेता म लाधै। अर म सची-सची बोलुँ हूँ, “बो बी आपको गमछो खोलर बानै बिठार रोटी परूससी।
अर बो बाऊँ बोल्यो, “पिड़ा भोगबाऊँ पेली म चाऊँ हूँ क म थारै सागै फसै की रोटी खाऊँ।
क्युं क आजऊँ लेर जद ताँई परमेसर को राज नइ आज्यावै बि दिन ताँई म ओज्यु आ अँगूरी कोनी पीऊँ।”