इकै पाछै म एक ओर ईस्बर नगरी दुतनै ईस्बर नगरीऊँ तळै उतरता देख्यो। जिकै कनै बडो अधिकार हो, बिकै मांयनै अंय्यां को मेमा को तेज हो जिऊँ सगळी धरती प च्यानणो होगो हो।
युसूफ बा बाता क बारां म सोचर्योई हो क परबु को ईस्बर नगरी दुत युसूफ क सपना म आर बोल्यो, “युसूफ! दाऊद का बेटा, तू मरीयमनै ब्यार ल्याबा म मना डर, क्युं क जखो बिकै पेट म ह बो मिनखऊँ कोनी पण पबितर आत्मा की सक्तिऊँ ह।