27 अर पबितर आत्मा बिनै बडा अरदास घर म ल्याई। अर बि टेमई ईसु मसी का माँ-बाप नेम-कायदा की रिती पूरी करबा ताँई ईसुनै ल्याया।
पतरस हाल बि दरसाव क बारां म बिचार करर्योई हो क पबितर आत्मा बिनै बोली , “देख बारनै तीन मिनख तनै ढुंढीं हीं।
अर इकै पाछै बो बाकै सागै पाछो नासरत आगो अर बाकै कह्या म चालतो हो। बिकी माँ आ सगळी बातानै आपका हिया म धर राखी ही।
बिका माँ-बाप बिनै देखर भोचंगा होगा अर बिकी माँ बिऊँ बोली, “मेरा लाल तू म्हारै म आ काँई करी? तेरो बापू अर म तनै ढुंढता-ढुंढता हिरान होगा।”
बिका माँ-बाप फसै का त्युंहार प आई बरस यरूसलेम जाया करता हा।
जणा बो दुत पबितर आत्मा म मनै उजाड़ म लेगो। बठै म एक लूगाईनै लाल रंग का खुखार ज्यानबर प बेठी देख्यो। बि जानबर क उपर परमेसर की बुराई करबाळा नाम मंडर्या हा। बिकै सात सीर अर दस सींग हा।
अरामहाळा दिन म परबु की जे-जैकार करर्यो हो जणा म पबितर आत्माऊँ भरगो अर म मेरै गेलनै नरसिंगा की उवाज सुणी ,
बे मूसिया क कनै पुगर बितूनिया जाबो चावा हा पण ईसु की पबितर आत्मा बानै बठै बी जाबा कोनी दि।
अर पबितर आत्मा मनै बाकै सागै बिना झिजक क जाबा ताँई बोल्यो, अर अ छ बिस्वासी भाईड़ा बी मेरै सागै होलिआ, अर म्हें बि मिनख क घरा गया।
जणा पबितर आत्मा फलिपूसऊँ बोल्यो, “इ रथ क सागै होले।”
ईसु पबितर आत्माऊँ भर'र यरदन नदिऊँ पाछो आयो। अर पबितर आत्मा बिनै उजाड़ म लेगो।
जणा मूसा का नेम-कायदा गेल जच्चा को सुद होबा को दिन आयो बि टेम युसूफ अर मरीयम बि टाबरनै परमेसर क सामै हाजिर करबानै यरूसलेम लेग्या।
जणा पबितर आत्मा ईसुनै उजाड़ म लेगी जिऊँ सेतानऊँ बो बिचास्यो जावै।
जणा समोन बि टाबरनै आपकी गोद्या म लेर, परमेसर को गुणगान कर बोल्यो,
पण जद ते टेम आयो, जणा परमेसर आपका बेटानै भेज्यो बो लूगाईऊँ जलम्यो। अर बो नेम-कायदानै मान्यो,