26 अर पबितर आत्मा बिनै आ बता राखी ही क परबु का भेजेड़ा मसीनै देख्या बिना तनै मोत कोनी आवै।
म थारूँ सची बोलुँ हूँ, जखो बी मेरी सीखनै मानसी बो कदैई कोनी मरसी।”
बिस्वासऊँ हनोक उपर उठा लिओ गयो जिऊँ बो मोत कोनी भोगी, अर बिको बेरोई कोनी चाल्यो क बो कठै गयो, क्युं क परमेसर बिनै उठा लिओ अर बिकै उठाया जाबाऊँ पेलीई बिकी बडाई करी क बो परमेसरनै राजी कर्यो हो।
म थानै सची खेऊँ हूँ, अठै खड़्या मिनखा मऊँ कई-कई तो अंय्यां का ह की बे जद ताँई परमेसर का राजनै कोनी देखले जद ताँई बानै मोत कोनी आवै।”
जंय्यां क थे जाणोई हो क परमेसर, कंय्यां पबितर आत्मा अर सक्तिऊँ ईसु नासरी को अभिसेक कर्यो। बो च्यारूमेर जार भलाई करतो अर सेतान का सतायड़ा सगळानै निरोगो करतो क्युं क परमेसर बिकै सागै हो।
“आ बात म इ ताँई खेऊँ हूँ, क इजरायल का रेह्बाळा आ बात ढंगऊँ जाणज्यावै क जि ईसुनै थे सुळी प चढायो हो। बिनैई परमेसर परबु अर मसी बणायो हो।”
अर धरमसास्तर को बखान कर आ साबित कर्यो क दुख भोगबो अर मरेड़ा मऊँ जिंदो होबो मसी ताँई जरूरी हो। सागैई बो आ बी बोल्यो क, “ईसुई छुटकारो देबाळो राजा ह। जिकी बाता म थानै बताऊँ हूँ।”
अर बो बिना देर कर्या दमिसक नगरी की अरदास करबाळी झघा म जार परचार कर्यो क ईसु परमेसर को बेटो ह।
अर जखी बाता अठै मांडेड़ी ह बे इ ताँई ह क, थे बिस्वास करो क ईसुई परमेसर को बेटो मसी ह अर बिस्वास करके, थे बिका नाम म जीवन पाओ।
“आर एक मिनखनै देखो, बो बे सगळी बाता बता दिनी जखी म करी। के ओई तो मसी कोनी?”
बो सऊँ पेली आपका भाई समोननै ढुंढर बोल्यो, “म्हानै मसी मिलगो ह।” मसी को मतबल टाळेड़ो होवै।
जद ज्योतसी सोर्या हा जणा सपना म परमेसर बानै चेतायो क, हेरोद कनै मना जायो, जणा बे दुसरा गेलाऊँ आपकै देस चलेग्या।
“परबु थे थारा कह्यानै पूरो कर्या हो इब थारो दास सुक-स्यांतीऊँ मर सकै ह।