15 जद बे ईस्बर नगरी दुत बठैऊँ ओटा ईस्बर नगरी चलेग्या जणा बे गुवाळ्या आपसरी म बतळाया क, “आओ क्युंनै आपा इ बातनै बेतलम चालर देखां जखी आपानै परबु बताई ह।”
बो ईस्बर नगरी जार परमेसर क दायणै हात बेठगो, अर ईस्बर नगरी दुत, उपरी सक्तिया का अधिकारी, सगळी सक्तिया बिकै बस म कर दिनी गई।
अर बानै आसिरबाद देतानैई नाकै कर ईस्बर नगरी म उठा लिओ गयो।
सिबा की राणी न्यायहाळै दिन इ पिडी प दोस मंढसी क्युं क बा धरती का इ कूणाऊँ बि कूणा म सुलेमान कनै ज्ञान लेबा गई ही पण अठै जखो ह बो सुलेमानऊँ बी बोळो बडो ह।
क, “ईस्बर नगरी म परमेसर की जे-जैकार हो अर धरती प बा मिनखानै स्यांती मिलै जिऊँ बो राजी ह।”
जणा बे तावळासा जार मरीयम, युसूफनै अर ल्हास म बि टाबरियानै देख्या।