10 जणा बो ईस्बर नगरी दुत बाऊँ बोल्यो, “डरो मना म थानै चोखो समचार सुणाऊँ हूँ, जखो सगळा मिनखा ताँई होसी।
जणा ईसु बाकन आर खेयो, “ईस्बर नगरी अर धरती को सगळो अधिकार मनै दिओ गयो ह।
ईसु तावळोसो बाऊँ बोल्यो, “हिमत राखो म हूँ! थे मना डरो।”
जणा ईस्बर नगरी दुत बिऊँ खयो, “मरीयम डरै मना परमेसर की दया तेरै प होरी ह।
ओ जणाई हो सकै ह जद थे बिस्वास म एक झघा अर अटल बण्या रह्यो अर जि चोखा समचारनै थे सुण्या हो बिऊँ मिलेड़ी बि आसनै मना तजो। ओ बोई चोखो समचार ह जिको म पोलुस गुलाम बण्यो हूँ अर इकी इ जगत का सगळा मिनखानै सीख दिनी गई ह।
म्हें थानै परमेसर का बि करार का चोखा समचार को परचार करर्या हां जखो आपणा बडका क सागै कर्यो गयो हो।
अर बिका नामऊँ पाप की माफी ताँई मन फेरबा का चोखा समचार को यरूसलेमऊँ लेर धरती का सगळा कूणबा म परचार कर्यो जासी।
इकै पाछै ईसु परमेसर का राज का चोखा समचार को हेलो पाड़ता गाँव-गाँव अर नगर-नगर मऊँ गया। अर बिका बारा चेला बी बिकै सागै-सागै रेह्ता।
म परमेसर का सगळा मिनखा म सऊँ छोटो हूँ इकै पाछै बी परमेसर की आ दया मेर प होई ह जिऊँ म गैर-यहूदि मिनखानै मसी का अनमोल धन का चोखा समचार सुणाऊँ।
जणा बो ईस्बर नगरी दुत हो जखो बिऊँ बोल्यो, “म हूँ जिबराइल जखो परमेसर क सामै तण्यो खड़्यो रेह्ऊँ हूँ। अर मनै ईस्बर तनै इ चोखा समचार को हेलो पाड़बा ताँई भेज्यो हो।
पण ईस्बर नगरी दुत बिऊँ खयो, “जकरयाह डरै मना थारी अरदास सुणली अर थारी लूगाई इलिसीबा एक छोरानै जलम देसी जिको नाम तू यहून्ना राखजे।
बो खयो, “परमेसर को राज सांकड़ै आबा को ठिक टेम आगो ह। जिमै परमेसर राज करसी। इ ताँई थे पापऊँ तौबा करो अर परमेसर का चोखा समचार प बिस्वास करो।”
अर सुणाबाळानै बिना भेज्या बे कंय्यां सुणा सकीं हीं? जंय्यां क पबितर सास्तर म मंडेड़ो ह, “चोखा समचार को हेलो पाड़बाळा का पग कत्ता सोवणा हीं।”
जणा पाछै ईसु बानै ओडायो, “थे सगळा जगत म जार चोखा समचार को हेलो द्यो।
जणा बो ईस्बर नगरी दुत जखो बठै बेठ्यो हो बा लूगायानै ओडायो, “डरो मना म जाणू हूँ क थे ईसुनै ढुंढो हो जिनै सुळी प चढायो गयो हो।
क्युं क थानै बचाबाळा मसी परबु को जलम आज दाऊद की नगरी म होगो ह।