12 जणा बो खेबा लाग्यो, “एक आदमी जिकनै अणाप-सणाप धन-दोलत ही बो राज करबा की सीख लेबा ताँई दूर दिसावर चलेगो।
बो ईस्बर नगरी जार परमेसर क दायणै हात बेठगो, अर ईस्बर नगरी दुत, उपरी सक्तिया का अधिकारी, सगळी सक्तिया बिकै बस म कर दिनी गई।
बंय्यांई मसी बी बोळा मिनखा का पापनै धोबा ताँई एकर बलिदान होयो; अर मसी बा मिनखा ताँई जखा बिनै उडिकै ह बाका पाप धोबा ताँई नइ पण बाका छुटकारा ताँई दुसरकै परगट होसी।
इपै पीळातुस बिऊँ बोल्यो, “इको मतबल तू राजा ह के?” ईसु बोल्यो, “तू बोलै ह क म राजा हूँ। म सच की गुवाई देबा ताँई इ धरती प जलम्यो अर आयो हूँ। जखा बी सचा ह बे मेरा बचन सुणै ह।”
जणा बो मिनखानै एक मिसाल दिनी, “एक आदमी अँगूरा को बाग लगार बिनै किसानानै ठेका प देर बोळी दूर चलेगो।
“देखो, बो बादळा क सागै आर्यो ह,” अर “हरेक आँख बिनै देखसी, अठै ताँई बे बी जखा बिनै मार्या हा।” अर धरती का सगळा कूणबा का मिनख “बि ताँई छाती पिटसी।” अंय्यांई होसी! अंय्यांई होवै।
पण जद ताँई परमेसर मसी का सगळा बेरीयानै बिकै पगा तळै नइ कर दे मसी को राज करबो ते ह।
क्युं क एक दिन परमेसर पेल्याऊँ ते करेड़ा मिनख क हातऊँ जगत का मिनखा को सचाई क सागै न्याय करसी। इ बात को सबूत देबा ताँई परमेसर बिनै मरेड़ा मऊँ जीवायो।”
अर बानै आसिरबाद देतानैई नाकै कर ईस्बर नगरी म उठा लिओ गयो।
अ सारी बाता बोलबा क पाछै ईसु ईस्बर नगरी म उठा लिओ गयो अर परमेसर क दाया नाकै जार बेठगो।
ईसु बाऊँ मिसाल देर खेबा लाग्यो, “एक बार अंय्यां होयो एक मिनख अँगूरा को बाग लगायो अर बि बाग क च्यारूमेर बाड़ बांदी। अर बठैई अँगूरा को रस काडबा ताँई कूंड अर निगरानी करबा ताँई एक मचाण बणायो। अर इकै पाछै बो इ बागनै ठेका प देर दिसावर चलेगो।
पण जद बे ठेकेदार बिका बेटानै देख्या जणा आपसरी म खेबा लाग्या, ‘ओ तो बिको वारिस ह, आओ इनै मारद्यां अर इकी जायजादनै हड़पल्यां।’
जणा ईसु बाकन आर खेयो, “ईस्बर नगरी अर धरती को सगळो अधिकार मनै दिओ गयो ह।