12 म सपता म दो बार बरत करूं अर मेरी सगळी कमाई को दसवो भाग दान द्युँ हूँ।’
पण ओ फरिसीयो, थार प हाय ह! थे पोदिनो, कड़ी-पत्ता अर भात-भात की सारी जड़ी-बुटी को दसवो हिस्सो तो परमेसरनै द्यो हो। पण परमेसर ताँई थारा प्यार-परेम अर न्यायनै टाळ द्यो हो। होणो तो अंय्यां चायो हो की थे दुसरी बातानै छोडर आ सगळी बातानै करता।
इकै पाछै यहून्ना बतिस्मो देबाळा का चेला ईसु कनै गया अर बानै बुजबा लाग्या, “थारा चेला बरत क्युं कोनी करै? जदकी म्हें अर फरिसी बार-बार बरत करां हां।”
अंय्यांई थारै सागै ह, बे सगळा काम जखा थानै करबा बेई ओडाया गया हीं। बानै करबा क पाछै थे आई खिज्यो, म्हें तो ख्याई जोगा दास कोनी अर म्हें तो म्हारो फरज निभायो ह।”
काया की कसरतऊँ तो चिनोसोई फाईदो होवै, पण परमेसर की भगती तो सगळी बाता म फाईदो करै ह। क्युं क आज अर आबाळा जीवन का सगळा आसिरबादा की जामनी भगती प टिकरी ह।
“चोकन्ना रेह्ओ! परमेसर आ चावै ह क थे लोगानै दिखाबा ताँई धरम का काम मना करज्यो अर ज अंय्यां करस्यो जणा थानै परम-पिता जखो ईस्बर नगरी म ह बो बाको फळ कोनी देसी।”
अर म यहूदि मत को पालन करबा म दुसरा यहूदि मिनखाऊँ कट्टर हो, अर आपणा बडकाऊँ आपानै जखा रिती-रिवाज मिल्या हा बानै म निभातो हो।
जिऊँ कोईबी मिनख परमेसर क सामै गुमान कोनी कर सकै।
जणा पाछै गुमान काँई बात को? बि ताँई तो झघाई कोनी। कूणसा नेम-कायदा की बजेऊँ? करमाऊँ? नइ, आऊँ नइ पण बिस्वासऊँ।
“जद थे बरत करो जणा ढोंग्या की जंय्यां मुंडा प उदासी मना ल्याज्यो, क्युं क बे आ दिखावै ह क बे बरत कर राख्या हीं म थानै सची खेऊँ हूँ, क बानै बाको फळ मिलगो।
“जद थे अरदास करो, जणा ढोंग्या की जंय्यां मना करज्यो। क्युं क बे अरदास करबाळी झघा म अर गुवाड़ म खड़्या होर अरदास करै ह जिऊँ लोग बानै देख सकै। म थानै सची खेऊँ हूँ क बानै इको फळ मिलगो।
म थारूँ साची बोलुँ हूँ ज थारा नेकी का काम सास्तरी अर फरिसीया की नेकिऊँ बेसी कोनी ह जणा थे ईस्बर नगरी का राज म कदैई कोनी जा सकोगा।