4 ज बो रोजकी सात बार तेरो बुरो करै, अर सात्युई बार पाछो आर तेरूँ बोलै, ‘मेरूँ गळती होगी मनै माफ करो।’ जणा तू बिनै माफ कर।”
पण तू तो, “ज तेरो दुस्मन भूखो ह जणा बिनै रोटी खुवा; ज बो तिसायो ह, जणा बिनै पीबानै दे। ज तू अंय्यां करसी, जणा बो सरमऊँ पाणी-पाणी होज्यासी।”
अर जंय्यां म्हें म्हारै खिलाप बुराई करबाळानै माफ कर्या हा बंय्यांई थे म्हानै माफ करो।
इ ताँई ज थे बी थारा पाड़ोसी भाईड़ानै मनऊँ माफ कोनी करस्यो जणा मेरो परम-पिता जखो ईस्बर नगरी म रेह्वै ह बो बी थारै सागै बंय्यांई करसी।”
पण ज बो तेरी बात कोनी मानै जणा तू एक नहिस दो जणानै सागै लेर बिकन जा जिऊँ सास्तर म मंड्या गेल दो नहिस बिऊँ बेत्ती गुवा की गुवाईऊँ बिपै आरोप सिद होज्या।
पण म थानै खेऊँ हूँ क थे थारा दुस्मनाऊँ परेम करज्यो। अर जखो थानै सतावै, बा ताँई बी अरदास करज्यो।
बे चेला जानै भेजेड़ा चेला क नामऊँ बोल्या जाता हा बे कह्या, “परबु म्हारा बिस्वासनै बढा।”