25 पण अब्राहम बोल्यो, ‘बेटा याद राख की तू तेरी जिंदगी म सदाई चोखी-चोखी चिजा भोगी जदकी ओ बिचारो सदाई आपकी जिंदगी म दुख देख्यो। पण इब अठै ओ मजाऊँ ह, अर तू पिड़ा म।
थार प हाय ह, थे जखा पिसाळा हो, क्युं क थे मजा ले लिआ हो।
थे नइ तो इ दुनियाऊँ अर नइ इ दुनिया की चिजाऊँ परेम करज्यो। क्युं क जखो बी इ दुनियाऊँ परेम करै ह, बिकै हिया म परम-पिता बेई परेम कोनी ह।
अर तेरो पग तनै ठोकर खुवावै जणा बिनै काट दे अर लंगड़ोई ईस्बर नगरी म बड़बो चोखो ह, इऊँ ओ भलो ह क दो पग होतासोता बी नरक का दरिआव क मांयनै गेर्यो जावै।
काया प मन लगाबो तो परमेसरऊँ बेर बांदबो ह, क्युं क आ नइ तो परमेसर का नियमा प चालै अर नइ कदै चाल सकै।
अर बे नरक म नास होबा जार्या हीं। क्युं क बाको पेटई बा ताँई परमेसर ह। जखी बाता प बे घमंड करीं हीं बा बाता प बानै सरम आणी चाए अर बे संसार की चिजा क बारां मई सोचीं हीं।
अर चेलानै समजाता अर हिमत बंधाता हा क, “बिस्वास म बण्या रेह्ओ अर परमेसर का राज म बड़बा ताँई आपानै बोळा दुख भोगणा पड़सी।”
क्युं क बिनै थोड़ा दिन रेह्बाळा पाप का सुक भोगबाऊँ परमेसर का मिनखा क सागै दुख भोगबो चोखो लाग्यो।
जिऊँ परख्या जाबा की टेम थे हिमत नइ हारो। क्युं क थे खुद, इ बातनै जाणो हो क परमेसर की आई इंछ्या ह क आपा दुख की घड़ी म मजबूत बण्या रेह्वां
म बिऊँ बोल्यो, “म्हराज, थे जाणो हो।” जणा बो मेरूँ बोल्यो, “अ बे मिनख ह जखा कळेस भोगर आया हीं अर आपका गाबल्यानै उन्या का लोयऊँ धोर पबितर कर्या हीं।
“म अ बाता थारूँ इ ताँई बोल्यो क थानै स्यांती मिलै। जगत म तो थानै दुखई मिल्यो ह पण हिमत राखो म जगतनै जीत लिओ हूँ।”
इब साय बो सिदो नरक म अर बि लाय म तोबा तिल्ली घालतो जद बो उपरनै देख्यो जणा बिनै अब्राहम की गोदि म लाजर दिख्यो।
अर बठै एक लाजर नाम को गरीब मिनख बी हो। जिकै झघा-झघा गुमड़ा निकळर्या हा बिनै बि साऊकार की थळी प ल्यार छोड दिओ जातो हो।
अर खया, “म्हराज, म्हानै याद ह जद बो धोकेबाज जीताजी हो जणा खेतो हो क मेरी मोत क पाछै म तीसरै दिन ओज्यु जिंदो होज्यास्युं।
अ सगळी बात तो बळी बुझी इकै अलावा म्हारै अर तेरै बिच एक उंडी खाई ह जि बजेऊँ नइ तो अठिनैऊँ परनै कोई जा सकै अर नइ परनैऊँ अठिनै कोई आ सकै।’