मेरा लाडला बिस्वास्यो, ध्यानऊँ सुणो, के ईस्बर बानै कोनी टाळ्यो जखा इ जगत का मिनखा की नजर्या म गरीब ह? जिऊँ बे बिस्वास म अमीर होज्यावै अर बि राज का अधिकारी बणै जिनै परमेसर बिऊँ परेम करबाळानै देबा को बादो कर्यो ह।
आ सुणर ईसु बिऊँ बोल्यो, “तेरै म हाल ताँई एक बात की कमी ह, तेरै कनै जोक्यु बी ह बिनै बेचर बिऊँ मिलेड़ा रिपीआनै गरीबा म बाट दे अर तू मेरै गेल होले इकै साटा को धन तनै ईस्बर नगरी म मिल ज्यासी।”
“कोईबी मिनख एक सागै दो मालिका की सेवा कोनी कर सकै। क्युं क बो एकऊँ तो परेम राखसी अर दुसराऊँ नफरत करसी, एकऊँ तो बफादार रेह्सी दुसरानै छोटो जाणसी। अंय्यांई थे परमेसर अर धन की सेवा एक सागै कोनी कर सको।