1 ईसु आपका चेलाऊँ बोल्यो, “कोई साऊकार हो! बिकै एक भंडारी हो जिपै ओ बलेम लगायो गयो क बो बिका धननै सनकै-सनकै ठिडै लगार्यो ह।
अर जिनै बी परमेसर कानिऊँ आत्मिक बरदान मिलेड़ो ह। बिनै चाए क बो परमेसर का चोखा भंडारी की जंय्यां बि आत्मिक बरदाननै एक दुसरा की सेवा करबा ताँई सूल काम म लेवै।
आ बात सुणर ईसु बोल्यो, “समजदार अर बिस्वास जोगो दास कूण ह? जिनै बिको मालिक घर चलाबा अर दुसरा दासानै टेमुटेम रोटी-टुक देबा ताँई भंडारी बणावै ह।”
जद थे माँगो हो, जणा थानै मिलै कोनी क्युं क थे बुरी इंछ्याऊँ माँगो हो, जिऊँ जोक्यु थानै मिलै बिनै थे थारी भोगबिलास म उडाद्यो।
परमेसर का कामनै आपका हाता म लेबाळा भंडारी ताँई ओ जरूरी ह क बिमै कोई एब नइ हो। बो घमंड करबाळो नइ होवै, नइ तावळोई ताव खाबाळो होवै, नइ दारूड़ो, नइ मारपीट करबाळो अर नइ पिसा को लालची।
पण तेरो ओ बेटो जखो तेरी धन-दोलतनै रांडबाजी म उडा दि, बो आयो जणा मोटो-ताजा ज्यानबर कटवा दिओ।’
“थोड़ाई दिन बित्या जणा बो छोटक्यो छोरो आपकी पाँती को सगळो धन भेळो कर दूर दिसावर चलेगो। अर बठै बि धननै उदफेली म उडा दिओ।
इब तीसरो आर बोल्यो, ‘अ ल्यो थारी म्होर जिनै म बि दिन इ गमछा म आटी देर बांद लिनी ही।
“एक साऊकार हो। अर बो मेंगा-मेंगा गाबा पेरतो अर रोजकी म्हेफिल बाजी करतो।
अर हेरोद का मुनिम खुजा की लूगाई योअन्ना, अर सुसन्ना ओर बी बोळी ही। अ सगळी लूगाया आपका बळबूता पई ईसु अर बिका चेला की मदद करती।
अर संज्या क अँगूरा का बाग को मालिक आर मुनिमनै बोल्यो, ‘मजुरियानै बुलार बाको हिसाब कर दे, सुण जखा सऊँ आखरी म आया हा बानै सऊँ पेली दिजे अर जखा पेली आया बानै सऊँ आखरी म दिजे।’
जणा बो साऊकार हो जखो बिनै बुलार बोल्यो, ‘म तेरा बारां म आ काँई सुणर्यो हूँ? इब तू अंय्यां कर बे बही-खाता ल्यार मनै हिसाब-किताब दे, क्युं क इब म तनै भंडारीपुणा प कोनी राख सकूँ।’