3 नइ, पण म था सगळाऊँ खेऊँ हूँ, ज थे बी थारा पापऊँ तौबा कोनी करस्यो। जणा थारै म बी आई होसी जंय्यां बे मर्या हा बंय्यांई थे बी मरस्यो।
इ ताँई थे थारा पापऊँ तौबा करो अर हियानै ईस्बर कानि लगाओ जिऊँ परमेसर थारा पाप धो देसी।
अर आ खेर परचार कर्यो क, “थे थारा पापऊँ तौबा करो! क्युं क ईस्बर नगरी को राज सांकड़ै ह।”
नइ, पण म थारूँ खेऊँ हूँ ज थे बी पापऊँ तौबा कोनी करस्यो। जणा थारै सागै बी अंय्यांई होसी जंय्यां बे मर्या बंय्यांई थे बी मरस्यो।”
जणा बा जार खुदऊँ बी सात बुरी ओपरी बलायानै आपकै सागै कर बिकै मांयनै बड़ जावै। अर बि आदमी की दसा पेलड़ीऊँ घणी बुरी होज्यावै। इ जुग का मिनखा की दसा बी अंय्यांई होसी।”
अर बिका नामऊँ पाप की माफी ताँई मन फेरबा का चोखा समचार को यरूसलेमऊँ लेर धरती का सगळा कूणबा म परचार कर्यो जासी।
अर जद राजानै इ बात को बेरो चाल्यो जणा बो झाळ्या म भरगो अर आपका सिपाईड़ानै भेजर बा कुटिचर मिनखानै मरवा दिओ अर बाकी नगरी म आग लगवा दिनी।
आ सुण ईसु बानै जुबाब दिओ, “थे काँई सोचो हो बे अ सगळी बाता भूगत्या, जणा काँई बे दुसरा गलिली मिनखाऊँ घणा पापी हा?
अर थे काँई समजो हो, की जद सिलोह को गुम्मट गिरै हो, बि टेम का बिकै निचै दबर मरबाळा अठारा जणा दुसरा यरूसलेम म रेह्बाळा जिंदा मिनखाऊँ घणा पापी हा के?