ईसु बानै एकोर बात मिसाल देर खई, “ईस्बर नगरी को राज खमिर की जंय्यां ह। एक लूगाई चिनोसोक खमिर लेर बिनै घणासारा आटा म मिलार म्हेलदि अर बि सगळा आटा को खमिर उठगो।”
पण ज मेरा दियड़ा पाणी मऊँ कोई पिसी जणा बो ओज्यु कदैई कोनी तिसायो होसी। बि पाणीऊँ जखो म बानै देस्युँ, बिऊँ बे अजर-अमर जीवन ताँई जीवन देबाळा पाणी को झरनो बणज्यासी।”