5 पण म थानै चेताऊँ हूँ, परमेसरऊँ डरो जखो थानै मार'र नरक म गेरबा को हक राखै ह, सगळा बिऊँई डरो।
क्युं क परमेसर बा दुतानै जखा पाप कर्या हा बानैई कोनी बकस्यो। अर बानै पताळ क मांयनै अँधेरा कूंड म गेर दिओ, जिऊँ क बे न्यायहाळै दिन ताँई बिकै मांयनै केद रेह्वै।
“थे बा मिनखाऊँ मना डरो जखा थारी कायानै नास कर सकीं हीं पण थारी आत्मानै नास कोनी कर सकीं। पण परमेसरऊँ डरो जखो थारी आत्मा अर काया दोन्यानै नरक म गेर'र नास कर सकै ह।
बो जोरऊँ बोलर्यो हो, “परमेसरऊँ डरो अर बिकी जे-जैकार करो, क्युं क बिकी न्याय करबा की घड़ी आगी ह। बिकी जेजैकार करो जखो आसमान अर धरती, समदर अर पाणी का कूंडानै बणायो ह।”
जीवता परमेसर क हाता म पड़बो भेंकर बात ह।
इकै पाछै मोतनै अर पताळनै आग का कूंड म गेर दिओ गयो। ओ आग को कूंडई दुसरी मोत ह।
कोई मिनख दुसरा की लूगाईनै बुरी नजरऊँ नइ देखै। क्युं क परबु अंय्यां करबाळा मिनखनै बेसी सजा देवै ह जंय्यां आ बाता क बारां म म्हें पेल्याई थानै बता अर चेता दिओ हो।
बाकै पाछै बो राजा आपकै बाया हात खड़्या मिनखाऊँ खेसी, ‘हाय ह थार प। थे मेरै कनैऊँ चल्या जाओ। अर जखी कदैई नइ बुत्तबाळी आग सेतान अर बिका दुता ताँई बाळ राखी ह बिमै पड़ मरो।
ओ परबु, बस थेई पबितर हो! देस-देस का मिनख थारै कनै आसी अर थारी जे-जैकार करसी। सगळा थारूँ डरसी अर थारो मान करसी, क्युं क थारी धारमिक्ता परगट होई ह।”
पण म थारूँ खेऊँ हूँ क ज कोई मिनख कोई पाड़ोसी भाईड़ा प झाळ काडै बिको न्याय होसी। अर ज कोई मिनख कोईकी बेजती करै बिको न्याय पंचायत करसी; अर ज कोई मिनख कोईनै बावळो खेवै बिनै परमेसर नरक की आग म गेरसी।
जणा बे मिनख कदैई नइ खतम होबाळी सजा पासी अर धरमी मिनख अजर-अमर जीवन पासी।”
पण थे समळर रिह्यो म थानै अ सगळी बाता पेल्याऊँई बता दिनी ह।