26 थे अत्तोई कोनी कर सको जणा पाछै दुसरी बाता की चिंत्या क्युं कर्या करो हो?
अर थे थारी सगळी चिंत्या बिनै देद्यो, क्युं क बिनै थारो ध्यान ह।
अर थे इ बात की चिंत्या मना करो की काँई खास्यो अर काँई पीस्यो।
“म थारूँ खेऊँ हूँ, थे थारा जीव की चिंत्या मना करज्यो की काँई खास्यो अर काँई पीस्यो? अर नइ काया की चिंत्या करज्यो की इनै किऊँ ढकस्युं? क्युं क गाबाऊँ काया अर रोट्याऊँ जीव बडो ह।
थारै म अंय्यां को कूण ह जखो चिंत्या कर आपकी उमरनै चिनीसिक बी बढा सकै?
जंगली फूलानै देखो बे कंय्यां बढ्या जावीं हीं! बे नइ तो क्युं मेनत करीं अर नइ खुद ताँई गाबा बणावीं। अर म थारूँ खेऊँ सुलेमान राजा बी आपका राजपाट म बामैऊँ एक क जंय्यांकाई गाबा कोनी पेर्या।