21 बो मिनख बी अंय्यां ह जखो आप ताँई धन भेळो करै, पण परमेसर की नजर्या म बो क्युंई कोनी।”
मेरा लाडला बिस्वास्यो, ध्यानऊँ सुणो, के ईस्बर बानै कोनी टाळ्यो जखा इ जगत का मिनखा की नजर्या म गरीब ह? जिऊँ बे बिस्वास म अमीर होज्यावै अर बि राज का अधिकारी बणै जिनै परमेसर बिऊँ परेम करबाळानै देबा को बादो कर्यो ह।
अर थारी सगळी चिजानै बेचर जखो धन मिलै बिनै गरीबा म बाट द्यो। अर खुद ताँई अंय्यां का बटूआ सिमो जखा कदैई पुराणा कोनी होवै। मतबल ओ ह की कदैई नइ निमड़बाळो धन ईस्बर नगरी म भेळो करो। जठै बिकै चोर कोनी लागै अर नइ किड़ा मकोड़ा।
म थारा दुख अर गरीबी क बारां म जाणू हूँ, इकै वावजुद बी थे भर्यापूरा हो। अर जखा खुदनै यहूदि खेवै ह पण बे ह कोनी, म बा मिनखा की बुरी बातानै बी जाणू हूँ जखी थारै बेई बे करै ह, बे सेतान की बिस्वासी मंडळी ह।
पण थारा जीद्दि सुभाव अर पापऊँ मन नइ फेरबा की बजेऊँ थे थारै ताँई झाळ भेळी करर्या हो अर आ झाळ थार प बि दिन पड़सी जद परमेसर आपको सचो न्याय परगट करसी।
खेबा को मतबल ओ ह की जद थे दुनिया का धन मई बिस्वास जोगा कोनी रिह्या जणा थार प कूण बिस्वास करसी क थे बि सचा धन म बिस्वास जोगा हो सको हो?
थार प हाय ह, थे जखा पिसाळा हो, क्युं क थे मजा ले लिआ हो।
म्हारा हिया म पिड़ा ह पण म्हें सदाई राजी रेह्वां हां, म्हें कंगला की जंय्यां दिखां हां पण ओरानै पिसाळा बणा देवां हां, म्हें रिता हात दिखां हां पण म्हारै कनै सक्यु ह।
पण जानै धन भावै, बे लालच अर उजाड़बाळी बोळी बुरी इंछ्या म पड़ीं, जखी मिनखनै बरबादि अर बिनास क गर्त म गेरै ह।