54 क्युं क बे हा जखा बिनै बिकिई बात म फसाबा की फिराक म हा।
बे ईसुनै फसाबा ताँई फरिसीया अर हेरोद का गुट का क्युंक मिनखानै बिकन भेज्या।
अर बामैऊँ एक यहूदि सास्तरी ईसुनै अळजाबा ताँई बुज्यो,
फरिसी भेळा होर बतळाबा लाग्या, “ईसुनै कंय्यांसिक बिकिई बात म फसायो जावै।”
अर बे सगळा इ ताक म रेह्बा लागगा की बो कोई गळती करै। बे जासुसानै हक देर बिकै गेल छोड्या। जखा ईमानदारी ताँई जाण्या जाता हा। अर इ आस म की बे ईसुनै बाता म फसार बिऊँ क्युं गळत खुवा देसी। जिऊँ बे बिनै रोमी सरकार क हाता म सूप दिं।
क्युंक मिनख ईसु प दोस लगाबा की ताक म बेठ्या हा। बे देखबो चावा हा क ईसु बि मिनखनै अरामहाळा दिन निरोगो करै क कोनी करै।
बो बाकी चाल भापगो अर बाऊँ बोल्यो, “कपट्यो थे मनै क्युं बिचासो हो?
अर जद ईसु बठैऊँ चलेगो जणा बे फरिसी अर सास्तरी बिऊँ बेर बांद लिआ अर बोळी बाता म बिऊँ उळजबा लागगा।
बिको जुबाब सुणर बे सूना होगा अर मिनखा क सामै इ बात म बिनै कोनी पकड़ सक्या।
पण थे बाकी मना मानज्यो, क्युं क बामैऊँ चाळिसऊँ बेसी मिनख बिकी घात म बेठ्या हीं, जखा आ सोगन खाराखी ह क, जद ताँई बे पोलुसनै नइ मार गेरीं जणा ताँई क्युंई कोनी खावीं पीवीं। अर बे इब त्यार हीं अर तेरी हामळनै उडिकीं हीं।”